राजौरी में LoC पर फायरिंग: पाकिस्तान का सीज़फ़ायर उल्लंघन — क्या करेगा भारत?

 



🚨 पाकिस्तान ने तोड़ा सीज़फायर, राजौरी में फिर फायरिंग

राजौरी सेक्टर, जम्मू–कश्मीर | 8 मई 2025

रविवार शाम करीब 6 बजे पाकिस्तान रेंजर्स ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर राजौरी सेक्टर में अचानक गोलाबारी शुरू कर दी। बिना किसी पूर्व चेतावनी के चली मुठभेड़ में करीब 30 मिनट तक गोलीबारी हुई, जिसमें एक महिला और दो बच्चे सहित तीन आम नागरिक हल्के ज़ख्मी हुए। गोलियों की आवाज़ सुनकर स्थानीय लोग घरों में छिप गए और अफरातफरी मच गई।


भारतीय सेना का तत्पर जवाब

भारतीय सेना ने तुरंत मोर्चा संभाला और तीन राउंड काउंटर-फायरिंग कर जवाबी कार्रवाई की। सेना का कहना है कि उनकी त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में आ गई और आगे कोई बड़ी घटना नहीं हुई। इस बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) की टीम ने घायल नागरिकों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया और उनका इलाज सुनिश्चित किया।


क्या होगा भारतीय सरकार का अगला कदम?

केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के इस सीज़फ़ायर उल्लंघन पर कड़ा रुख अपनाया है।

  • विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को आपत्ति पत्र भेजकर इस कार्रवाइयों की निंदा की।
  • सांसदों की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें रो-रोकर LoC सुरक्षा बढ़ाने और कूटनीतिक दबाव के प्रस्ताव पास किए गए।
  • विदेशीय स्तर पर भारत ने अपनी दलील रखी कि Pakistan को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जवाबदेह ठहराया जाए।
  • साथ ही, आंतरिक सुरक्षा मंथन के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है।


क्या होगी भारतीय सेना की कार्रवाई?

भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सीमा पर चूक नहीं बरतेगी:

  • पेट्रोलिंग और निगरानी तेज – LoC के पास ड्रोन और रडार यूनिटों को बढ़ाया जाएगा।
  • प्रतिक्रिया बल (Quick Reaction Team) हर सेक्टर में तैनात – किसी भी आपात स्थिति में तेजी से मोर्चा संभालेंगे।
  • सहयोगी बलों का समन्वय – BSF, ITBP और अन्य अर्धसैनिक बलों के साथ मिलकर संयुक्त अभ्यास आयोजित होंगे।
  • सवाल जवाबी कार्रवाई – अगर फिर से गोलीबारी होती है तो भारतीय सेना सख्त जवाबी फायरिंग के साथ सीमापार आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाएगी।


प्रशासनिक और लोकल असर

सरकारी अधिकारियों ने राजौरी के आसपास के इलाक़ों में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए हैं और स्कूलों तथा बाज़ारों में हल्की छुट्टी घोषित की है, ताकि आम लोगों के दैनिक कार्य प्रभावित न हों।

विश्लेषकों का मानना है कि इस गोलीबारी की जड़ें LoC पर आतंकियों की हालिया बढ़ती गतिविधियों और दोनों पक्षों की सियासी तैयारियों में हैं।


निष्कर्ष:
पाकिस्तान का यह सीज़फ़ायर उल्लंघन एक बार फिर जम्मू–कश्मीर में तनाव गहरा कर गया है। भारतीय सेना और सरकार दोनों के तेज़ और प्रोफ़ेशनल कदमों से स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन स्थायी शांति के लिए आने वाली कूटनीतिक वार्ता और सुरक्षा उपाय निर्णायक साबित होंगे।





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